महाकुंभ 2025 में आईबेटेस फाउन्डेशन ने आयोजित किया विशाल जागरुकता अभियान
डायबिटीज के चलते नजर (आंखों की विजन) संबंधी समस्याओं को दूर करने के प्रयास में मुंबई के आई सर्जन डॉ निशांत कुमार के नेतृत्व में संचालित आईबेटेस फाउन्डेशन (फाउन्डेशन तीन बार गिनीज रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुका है) ने महाकुंभ 2025 में एक विशाल चैरिटेबल स्वास्थ्य पहल का लॉन्च किया है। फाउन्डेशन की यह पहल इस पावन आयोजन में शामिल होने वाले हजारों श्रद्धालुओं एवं कर्मचारियों के लिए आईकेयर एवंडायबिटीज स्क्रीनिंग सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। 100 प्रोफेशनल्स की टीम के साथ आईबेटेस फाउन्डेशन का उद्देश्य 20,000-30,000 तीर्थयात्रियां तथा 5000 से अधिक वर्दी वाले कर्मचारियों को आंखों एवं डायबिटीज की जांच के लिए मुफ्त सेवाएं प्रदान करना है। यह प्रयास सुनिश्चित करेंगे कि डायबिटीज और इसकी वजह से होने वाला अंधापन श्रद्धालुओं के जीवन में किसी तरह की रूकावट न बनने पाए। 2016 में स्थापित आईबेटेस फाउन्डेशनभारत की दो सबसे मुश्किल स्वास्थ्य समस्याओं- डायबिटीज एवं रोकथाम योग्य अंधेपन को दूर करने की दिशा में प्रयासरत है। एक अनुमान के मुताबिक 21 मिलियन भारतीय डायबिटीज के कारण आंखों की समस्याओं के शिकार हैं। अब तक,
फाउन्डेशन मुफ्त जांच एवं जागरुकता प्रोग्रामों के माध्यम से 175,000 से अधिक लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर चुका है, इनके प्रयासों में मुंबई के 10 दिवसीय गणपति उत्सव के दौरान आयोजित सालाना आयोजन भी शामिल हैं।